दमोह मे सटर खटखटाओ,50 रूपये एक्स्ट्रा देकर मनचाहा ब्रांड पाओ,सारी रात आगे से नही पीछे से चलती हे शराब दुकानें,आदर्श अचार संहिता बनी मज़ाक, सबाल तो उठेंगे ही…?
दमोह – कहते हैं दमोह अजब हैं और दमोह गजब हैं,मगर यहाँ भलेही ही दमोह अजब गजब न हो,मगर यहाँ के प्रशासनिक सापेद पोस अधिकारी जरूर अजब गजब हैं, उन्हें यहाँ के हालातो से नहीं बल्कि यहाँ तो सिर्फ माता लक्ष्मी के दर्शानों की ललक ने कुछ इस कदर दीवाना बना रखा हैं की, इन्हे न तो आदर्श अचार संहिता दिख रही हैं, और न ही शहर गाँव कस्बे की शांति व्यवस्था,यहाँ सिर्फ एक ही बतौर फेसन के चल रहा हैं, जो हैं अपना काम बनता, बाकी @…# जाये जनता,,,, यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि जिले की शोसल मीडिया पर यहाँ के किस्से इन दिनों आम बात हो गई हैं। और जिनमे खासकर पुलिस बिभाग के तो भरे पड़े हैं,तो आइये आपको बताते हैं पूरा मामला,,?
दरअशल इन दिनों लोकसभा चुनाव को लेकर भलेही जिले मे आदर्श आचार्य संहिता चल रही हो,मगर उस आदर्श आचार्य संहिता का पालन कराने वाली पुलिस शराब ठेकेदारों पर कुछ इस कदर रहमों करम वर्षा रही हैं, मानो जैसे उन्हें अभय दान दे दिया हो। जिसका जिसका नतीजा यह है कि,अब जिले मे रातो रात शराब दुकाने संचालित होती हैं। यह आरोप हम नहीं लगा रहे, बल्कि यह तथ्य के साथ लोग शोसल मीडिया पर शेयर करते हुए खुलकर कह रहे हैं। जो कही न कही चिंता का विषय बना हुआ हैं।
ताज़ा मामला देहात थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नरसिंहगढ शराब दुकान का सामने आया हैं। जहा देर रात्रि करीब 12.30 बजे तक शराब दुकान आगे से नही बल्कि खिड़की के जरिए पीछे से संचालित होती रही। जिसका वीडियो स्थानीय लोगो ने बनाकर शोसल मीडिया पर वायरल कर दिया। साथ मे वीडियो वायरल करते हुए जिले के लोग लिख रहे हैं, की क्या यही आदर्श आचार्य संहिता हैं,खेर यहाँ यह बात भी हैं की,जिस क्षेत्र का यह वीडियो हैं,वह देहात थाना क्षेत्र का इलाका लगता हैं।
और यहाँ जो वर्तमान में देहात थाना प्रभारी की कमान संभाले हुए है ,उनकी हकीकत भी किसी से छिपी नहीं हैं। बीते दिनों पटेरा थाना प्रभारी की कमान भी इन्ही के हाथो मे थी। तो उस समय भी पटेरा मे एक गांजा यानि अबैध मादक पदार्थ कांड काफ़ी चर्चाओ मे रहा, हलाकि उस मामले मे कार्यवाही तो की गई थी। मगर उस खेल के मुखिया को छोड़कर पुलिस बिभाग के बरिष्ठ अधिकारियो ने सिर्फ बेचारे तीन आरक्षकों पर कार्यवाही करते हुए अपनी कार्यवाही रुपी रश्म को निभा लिया था। और अब जनाब ने देहात थाना की कमान संभाली हैं, तो यहाँ रात्रि मे उनके क्षेत्र मे शराब की दुकाने संचालित होना कोई बड़ी बात नहीं मानी जा सकती। फिर भलेही आदर्श अचार संहिता लागू हो, या उनके क्षेत्र मे चल रहे जुआ फड़ और अबैध खनन हो।,,,,,
बस यहाँ यही कहा जा सकता हैं की,मान जा ए ग़ालिब अपनी हरकतो से, यह पब्लिक हैं,उखड़ गई तो दमोह मे इतिहास बनते देर नहीं लगती,,,,, कसम से….
