दमोह – दमोह मे प्रशासन की बेरुखी भरी कार्यवाही ने 9 जिंदगी को निगल लिया,अब भलेही प्रदेश सरकार ने मृतको के परिवार को सहायता राशि की घोसणा कर दी हो, मगर एक ही परिवार से 7 लोगो की शव यात्रा आज जब निकली , तो उसे देखकर यह कायनात भी आंसू बहाने पर मजबूर हो गई , तो चलिए आपको बताते है पूरा मामला ?
दरअसल मंगलवार की दोपहर दमोह कटनी हाइवे पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जहा एक तेज रफ़्तार हाइवा ट्रक ने बुंदेलखंड के प्रसिद्द तीर्थ क्षेत्र बादकपुर धाम से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरे ऑटो को कुचल दिया, वही घटना की सूचना के बाद तत्काल ही बड़ी संख्या मे दमोह पुलिस और प्रशासन मोके पर पंहुचा, और हाइवा ट्रक के नीचे फसे श्रद्धालुओं के ऑटो को निकालने का रेस्क्यू शुरू किया गया, मौके पर दो क्रेन तथा जेसीबी मशीन बुलाई गई, जिनकी मदद से करीब 20 मिनट तक चले इस रेस्क्यू में सभी श्रद्धालुओं को ट्रक के नीचे से निकाल लिया गया, मगर तब तक 7 जिंदगी मौके पर ही दम तोड़ चुकी थी, और तीन गंभीर रूप से घायल थे, जिन्हें तत्काल ही जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए हालत गंभीर होने के कारण दमोह से जबलपुर रेफर कर दिया गया, मगर एक महिला तथा एक बच्चे ने जबलपुर मे दम तोड़ दिया, जिसके बाद मरने वालों का आंकड़ा बढ़ कर अब 9 हो गया, और एक घायल का इलाज जबलपुर में किया जा रहा है,
एक तरफ क्षमता से अधिक थे ऑटो मे सबार श्रद्धालू , वही शराब के नशे मे धुत था हाइवा ट्रक का चालक
दमोह – मंगलवार की दोपहर हुए हादसे ने सबको झंगझोर कर रख दिया, घटना के बाद मानो दमोह शहर में मातम सा पसर गया, और मंगलवार के दिन हर किसी की जबान पर इस हादसे की कहानी बाकी रह गई, अब यहां सवाल यह उठता है कि,आखिर हादसे का जिम्मेदार कौन है, क्योंकि जिस ऑटो में भरकर श्रद्धालु दमोह से बुंदेलखंड के प्रसिद्द तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर धाम दर्शन करने के लिए जा रहे थे, उस ऑटो में यातायात बिभाग की गाइड लाइन के अनुसार सिर्फ 3 सबारी और एक चालक ही सबारी कर सकता था,मगर हादसे के दौरान ऑटो मे चालक समेत 10 लोग सबार थे, इतना ही नहीं बल्कि हाइवा ट्रक चालक भी शराब के नशे मे पूरी तरह से चूर था, घटना के समय ट्रक चालक को अहसास भी नहीं था की आखिर हो क्या गया है,जबकि ज्ञात हो की सुवह से लेकर देर रात तक शहर के अलग अलग चौराहो चौराहो ओर आये दिन यातायात तथा पुलिस बिभाग बाहन चेकिंग कर चलानी कार्यवाहियो की रश्म निभाती है, फिर शहर मे ओवरलोड बाहन और शराब के नशे मे बाहन चलाने पर प्रशासन शिकंजा क्यों नहीं कस पर रही है,,,,
बहरहाल देखना होगा की इतने बड़े हादसे से दमोह प्रशासन सीख ले पाती है, या फिर उसी तरह कार्यवाहियो की रश्म निभाते हुए फिर किसी के परिवार को काल के गाल मे समाने का इन्तजार करना होगा,,,
