दमोह में ओलावृष्टि से किसानों पर टूटी आफत, खेतों में बिछी बर्फ की चादर,,,,, बना चिंता का विषय,,,
दमोह: जिले में शुक्रवार दोपहर अचानक मौसम ने करवट बदली और तेज गर्जना के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। हटा और पथरिया विधानसभा के कई गांवों में जमकर ओले गिरे, जिससे फसलें बर्बाद हो गईं। खासकर पटेरा और कुंडलपुर रोड का इलाका बर्फ से ढक गया, जिससे यह दृश्य किसी कश्मीर की वादियों जैसा नजर आने लगा।
किसानों की फसलों को भारी नुकसान,,,,
ओलावृष्टि से जिले के करीब दो दर्जन गांवों में फसलों को भारी क्षति हुई है। खेतों में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। इस आपदा के बाद किसानों की आहें सुनाई देने लगीं, क्योंकि रबी फसलें कटाई के लिए तैयार थीं और ओलों ने उन्हें तबाह कर दिया।वही घटना कि जानकारी मिलते ही हटा विधायक और मंत्री ने संवेदना जताई हे,,बतादे कि घटना की गंभीरता को देखते हुए हटा विधानसभा की विधायक उमादेवी खटीक ने तुरंत पत्र जारी कर अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए। और हटा बिधानसभा के बिधायक प्रतिनिधि भरत पटेल को प्रभावित क्षेत्र मे भ्रमण कर किसानो का हाल जानने के लिए भेजा ,वही राज्य मंत्री लखन पटेल ने वीडियो संदेश जारी कर किसानों के प्रति संवेदना जताई और आश्वासन दिया कि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
प्रशासन ने की तत्काल कार्रवाई,,,
दमोह कलेक्टर ने भी वीडियो संदेश जारी कर किसानों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह किसानों के साथ खड़ा है। राजस्व विभाग की टीम को तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है, जो जल्द ही नुकसान का आंकलन कर उचित सहायता प्रदान करेगी।
किसानों की उम्मीदें सरकार से जुड़ी,,,,,
इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों को आर्थिक संकट में डाल दिया है। अब उनकी नजरें सरकार पर टिकी हैं कि उन्हें कितना और कितनी जल्दी राहत मिलती है। प्रशासनिक टीमें प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं, ताकि नुकसान का सही आकलन कर पीड़ितों को जल्द से जल्द सहायता दी जा सके।
