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पटेरा – पटेरा नगर परिषद का तानाशाही फैसला: दुकानों का किराया अचानक दोगुना, व्यापारियों में आक्रोश

 

पटेरा नगर परिषद का तानाशाही फैसला: दुकानों का किराया अचानक दोगुना, व्यापारियों में आक्रोश,,,,

पटेरा- नगर परिषद पटेरा की पीआईसी समिति की बैठक में लिया गया फैसला व्यापारियों के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर परिषद की दुकानों का किराया 1 अप्रैल से दोगुने से भी अधिक बढ़ा दिया जाएगा। इसके तहत बड़ी दुकानों का किराया 1000 रुपये तथा छोटी दुकानों का किराया 700 रुपये प्रति माह कर दिया गया है।

वही यह फैसला आने के बाद पटेरा के व्यापारियों में भारी आक्रोश है। दुकानदारों का कहना है कि पहले से ही मंदी के दौर से गुजर रहे छोटे व्यवसायों पर इस फैसले का सीधा असर पड़ेगा। कोरोना महामारी, महंगाई और आर्थिक अस्थिरता के बीच नगर परिषद का यह निर्णय तानाशाही जैसा प्रतीत हो रहा है। वही इस फैसले के बाद स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि,बिना किसी पूर्व सूचना के किराया बढ़ाने का यह निर्णय पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है। कई दुकानदारों ने इस फैसले के खिलाफ आवाज उठाने की बात कही है। व्यापारी संघ जल्द ही नगर परिषद से इस फैसले को वापस लेने की मांग करेगा, अन्यथा विरोध प्रदर्शन और आंदोलन की चेतावनी दी गई है। व्यापारियों का कहना है कि पटेरा नगर परिषद को पहले दुकानों की हालत सुधारनी चाहिए, फिर किराया बढ़ाने की बात करनी चाहिए। कई दुकानदारों ने कहा कि नगर परिषद की दुकानों की हालत जर्जर है, सफाई व्यवस्था खराब है, फिर भी किराया बढ़ाकर जनता पर आर्थिक बोझ डाल दिया गया है।

प्रशासन से फैसले को वापस लेने की मांग,,,,

व्यापारियों और आम नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि इस तानाशाही फैसले को तुरंत वापस लिया जाए, अन्यथा विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा। अब देखना होगा कि नगर परिषद व्यापारियों की इस नाराजगी को कैसे संभालती है और क्या कोई समाधान निकालती है या नहीं।

 

 

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Author: Khabarblast

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