दमोह में कानून व्यवस्था की उड़ रही धज्जियां: अवैध शराब का कारोबार चरम पर, पत्रकारों पर हमले, मासूम से छेड़छाड़, CM की चुप्पी पर उठे सवाल,,,
दमोह (मध्यप्रदेश) दमोह जिले में इन दिनों कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई नजर आ रही है। जिले के कई हिस्सों में नेताओं के संरक्षण में अवैध शराब का खुलेआम कारोबार फल-फूल रहा है। वहीं, इन गतिविधियों को उजागर करने वाले पत्रकारों को दबंगों और कथित नेताओं का सामना करना पड़ रहा है। कई मामलों में पुलिस भी इन हमलों में मूक दर्शक बनी दिखाई दे रही है। और इन सबके बीच सबसे चिंताजनक बात यह है कि पिछले एक महीने से जिले में अव्यवस्था और अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री की चुप्पी सवालों के घेरे में है।
पथरिया में मासूम से दरिंदगी की कोशिश, पुलिस के खिलाफ फूटा जनता का गुस्सा,,,,
दरअसल ताजा मामला दमोह के पथरिया क्षेत्र का है, जहां बीती रात एक 8 वर्षीय मासूम बच्ची से छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश की गई। बच्ची ने साहस दिखाते हुए शोर मचाया और किसी तरह दरिंदों के चंगुल से खुद को बचाया। इस घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। देर रात जैन समाज के सैकड़ों लोगों ने पथरिया थाना का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। हालात बिगड़ते देख दमोह से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर भीड़ को शांत किया।
,,,,सुबह तक नहीं हुई गिरफ्तारी, लोगों ने किया बाजार बंद,,,
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं, क्योंकि सुबह तक आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर रहे। इससे नाराज़ पथरिया नगर के लोगों ने मंगलवार सुबह बाजार बंद कर विरोध जताया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ज्ञात हो की पथरिया का यह पहला मामला नहीं हे, जब पथरिया पुलिस पर गंभीर आरोप लगे और या फिर यहाँ पर दबंगो और बेखौफ अपराधियों के द्वारा इस प्रकार की घटनाओ क़ो अंजाम दिया गया, या फिर उन बेखौफ अपराधियों पर पुलिस की छात्रछाया होने जैसे गंभीर आरोप लगे, बल्कि इस प्रकार की घटनाओ के कहानियो से पथरिया के अखवार तथा चर्चाओ से बाजार भरा पड़ा हे, जो कही न कही चिंता का विषय बना हुआ हे ¡
