दमोह में पत्रकारों के बाद अब पुलिस बनी पीड़ित – दबंगों ने हंड्रेड डायल टीम को कि ज़िंदा जलाने की कोशिश, जिले में मचा हड़कंप,,,
दमोह – दमोह ज़िले के मगरोन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पैरवारा में मंगलवार देर रात एक सनसनीखेज़ घटना सामने आई, जहां पुलिस के संरक्षण में माने जाने वाले बदमाशों ने हंड्रेड डायल टीम पर हमला कर दिया। आरोप है कि दबंगों ने पुलिसकर्मी और हंड्रेड डायल पायलट को ज़िंदा जलाने की कोशिश की।
जानकारी के अनुसार, एक विवाद की सूचना मिलने पर हंड्रेड डायल टीम में शामिल पायलट मनोज राजपूत और आरक्षक बलराम सिंह लोधी मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचते ही आरोपियों ने टीम पर हमला कर दिया और मारपीट के साथ-साथ फायरिंग भी की। हमले के बाद जैसे-तैसे जान बचाकर दोनों मौके से भागे और थाने को सूचना दी। इसके बाद थाना प्रभारी के साथ वे सीधे दमोह एसपी के बंगले पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी दी।
दोनों घायल पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बड़ी संख्या में बल के साथ पैरवारा गांव में दबिश दी। मौके पर एसडीओपी, थाना प्रभारी समेत कई थानों की फोर्स मौजूद रही।
,,,प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल,,,,
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कुछ ही दिन पहले हटा विधायक के पुत्र और भतीजे पर एक पत्रकार से मारपीट और लूटपाट का आरोप लगा था। तब जिले के मुखिया का बयान था कि “आपको कवरेज के लिए वहाँ नहीं जाना चाहिए था।”
अब सवाल यह उठता है कि क्या एसपी साहब अपनी पुलिस टीम को भी ऐसी ही हिदायत देंगे? या फिर जिले में लगातार बढ़ रही गुंडागर्दी पर प्रशासन कोई ठोस कदम उठाएगा?
जिले में लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
